मनोज मिश्रा, डुमरिया, गया: सरकारी प्राथमिक विद्यालय के लिए पुस्तक लेखन व कई सालों तक प्रशिक्षण देने का कार्य करने वाले मध्य विद्यालय नारायणपुर के आदर्श शिक्षक सिद्धेश्वर ठाकुर लॉकडाउन में ही पहली मई को सेवानिवृत हो गये। वे 26 सालों तक शिक्षण कार्य करते रहें। हालांकि कोरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद होने से बच्चे व शिक्षक उन्हें विदाई नहीं दे पायें ।
पदम् श्री से सम्मानित हिंदी जगत के छायावाद कवि आचार्य स्व0 जानकी वल्लभ शास्त्री जी की जन्म स्थली सुरहर नदी के तट पर बसा मैगरा के रहने वाले श्री ठाकुर टिकारी से 1994 में नौकरी की शुरुआत की थी। उन्होंने बिहार शिक्षा परियोजना में साधनसेवी, पुस्तक लेखक, प्रशिक्षक के रुप में ख्याति प्राप्त की है। वर्ष 2011 से नारायणपुर मध्य विद्यालय में कार्यरत थे। इसके पहले सलैया, फुलवरिया व मैगरा में पदस्थापित रहें। हाल में ही शिक्षण कार्य बेहतर करने के लिए डीईओ गया द्वारा आदर्श शिक्षक से पुरस्कृत किये गये हैं। इनके सफल सेवानिवृत्त पर आनंद मोहन पाठक, हिन्दी शिक्षक कमलेश कुमार, राजू साव,रघुनंदन पाठक, रामपरिखा सिंह, बिनोद कुमार,प्रभारी अबदुस्समद आरजू , लव कुमार,अजय महतो,संतोष सुमन आदि ने शुभकामनाएं व बधाई दी है। तथा जीवन में स्वस्थ रहने व बेहतर करने की कामना की है।
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