By– Firoz Iliyasi
इजराइल का कहर फिलिस्तीन (israel palestine conflict) पर लगातार जारी है. इस बीच कई वीडियो ऐसे समाने आ रहे हैं जो दिल दहला देने वाले हैं. इजराइल अपनी खुंदस अब आम नागरिकों पर निकाल रहा है. फिलिस्तीन की निहत्थे अवाम पर वो आसमान से शोले बरसा रहा है. जिसमें मजलूम लोग मारे जा रहे हैं. क्या बच्चे क्या बुढ़े क्या महिलाएं सभी इजराइल की सनक के आगे मौत की आगोश में समा रहे हैं. इजराइल (israel palestine conflict) ने हमास और फिलिस्तीन के आबादी वाले इलाकों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. वो लगातार रॉकेट दाग कर मासूम लोगों को मौत के घाट उतार रहा है. इस बीच अरब और मीडिल इस्ट के देश सिर्फ संघर्ष विराम की अपील ही करते नजर आ रहे हैं. लेकिन अमली तौर पर वो खामोश ही नजर आ रहे हैं. जिसका असर इजराइल पर नहीं होता दिख रहा है. इधर जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने भी इजराइली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू से लड़ाई रोके जाने की अपील की है साथ ही फ्रांस और मिस्र ने भी फौरन युद्ध विराम की अपील की है.
उधर, संयुक्त राष्ट्र के साथ ब्रिटेन और अमेरिका ने इस लड़ाई में (israel palestine conflict) आम नागरिकों की सुरक्षा की अपील की है. गाजा शहर में जिस तरह से मलबे से मासूम बच्चों और लोगों के शव निकाले जाने की तस्वीर सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय तौर पर कई देशों ने काफी चिंता व्यक्त की है. लेकिन दूसरी तरफ लगातार दूसरे हफ्ते इसराइल फिलिस्तिनियों पर रॉकेट दाग रहा है. अभी तक जो खबर आई है उसके मुताबिक गाजा में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 61 बच्चों की मौत हुई है. तो इसराइल में 10 लोगों की मौत की खबर है.
कई बड़े मुल्कों की अपील का भी इसराइल (israel palestine conflict) पर असर नहीं हो रहा है. उसका कहना है कि गाजा में आतंकवादियों को उसने मार गिराया है. किसी आम नागरिक को जानबुझ कर निशाना नहीं बनाया गया है. लेकिन गाजा की जो तस्वीरे सामने आई हैं वो कुछ और ही बयां कर रही है.
इधर तस्वीरे देखकर दुनिया के कई बड़े नेताओॆ और मानवाधिका संगठनों ने युद्ध विराम की अपील की है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने अपने बयान में दोनों मुल्कों से शांति बनाए रखने की अपील की है. साथ ही कहा है कि इजराइल एक लोकतांत्रिक देश है इसलिए उसपर ये जिम्मेदारी अधिक है. इंग्लैंड के प्रधानमंत्री के प्रवक्ता का बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है कि इजराइल को अवाम की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा. लेकिन बयान में ये भी कहा गया है कि हमास आम नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
दूसरी तरफ अरब मुल्क और मीडिल इस्ट के देश सिर्फ अपील के अलावा इजराइल (israel palestine conflict) पर ज्यादा दबाव नहीं बना पा रहे हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने साफ तौर पर कहा है कि गाजा पर्टी में इजराइल के हमले से बुनियादी सुविधाओं का काफी नुकसान हुआ है. लगभग 40 स्कूल और 4 अस्पताल पूरी तरह से इजराइली हमले में तबाह हो चुके हैं.
विश्व स्वास्थ्य केंद्रों पर हमले की भी कड़ी निंदा की गई है. विश्व स्वास्थ्य केंद्र के आपात कार्य के प्रमुख माइक रेयान ने बयान जारी किया है. माइक रेयान ने कहा है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर हमले तुरंत रोके जाने चाहिए. पूरी विश्व बिरादरी इजराइल के हमले की निंदा कर रहा है. लेकिन इजराइल पर इसक कोई असर नहीं हो रहा है. जहां तक मस्जिद अकसा के मसले पर जिस तरह से ये युद्ध भड़का है. उसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि विश्व में मुस्लिम देश एक साथ आकर इजराइल (israel palestine conflict) पर दबाव बनाने में कामयाब रहेंगे. लेकिन अभी कर ऐसा कुछ होत नहीं दिख रहा है. जिसका फायदा साफ तौर पर इजराइल उठाया नजर आ रहा है. वो एक मजलूम देश पर लगातार हमले कर आवाम को निशाना बना रहा है.
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