LUCKNOW: यूपी पुलिस (UP POLICE) की शर्मनाक हरकत उस वक्त कैमरे में कैद हो गई जब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता लखनऊ में बेरोजगारी और संविदा नौकरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। तभी एक प्रदर्शन कर रही युवती को पुरूष पुलिस (UP POLICE) ने उसके वक्षस्थल पर हाथ रखते हुए हटाया। ये तस्वीर जिसने भी देखा उसने बस यही कहा- ‘शर्मनाक-शर्मनाक-शर्मनाक’
ये घटना गुरूवार 17 सितंबर, 2020 की है। इस घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। यूपी पुलिस (UP POLICE) तक भी ये तस्वीर पहुंची। फिर क्या था डिपार्टमेंट की फजीहत होते देख यूपी पुलिस को इस शर्मनाक हरकत पर सफाई जारी करनी पड़ी। लखनऊ से यूपी पुलिस (UP POLICE) के जारी बयान के मुताबिक कानून व्यवस्था के लिए प्रदर्शनकारियों को हटाना जरूरी था। वहां पर भीड़ भी काफी थी, जिसकी वजह से महिला-पुरुष के पहनावे का फर्क करना मुश्किल हो गया। इसीलिए गलती से एक पुलिसकर्मी ने महिला को पुरुष समझकर हटा दिया। जिसपर यूपी पुलिस ने खेद व्यक्त किया है। प्रदर्शनकारी महिला के मुताबिक पुलिस ने उनके गेटअप की वजह से उन्हें पकड़ लिया था। बाद में जैसे ही उनको ये एहसास हुआ, पुलिस टीम ने महिला से माफी मांगी।
दरअसल यूपी की सरकार ने सरकारी नौकरी की जगह संविदा पर कर्मियों को रखने का ऐलान किया है। जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और युवाओं ने मोर्चा खोल दिया और गुरूवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर एक पर प्रधानमंत्री के जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया और प्रदर्शन किया तभी प्रदर्शनकारियों को हटाने के दौरान ये शर्मनाक तस्वीर सामने आई। जिसके लिए यूपी पुलिस (UP POLICE) को माफी मांगनी पड़ी।
सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस के खिलाफ गुस्सा
इस शर्मनाक तस्वीर के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों में खूब आक्रोश है। चंचल अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है। यहां हम उनके शब्दों को बिना किसी बदलाव के आपके सामने पेश करते हैं। वो लिखते हैं कि
“आप लोगों की तरह हमारे पास भी वो तस्वीर है जिसमें एक पुलिसवाला एक लड़की के दोनों वक्षस्थल अपने दोनों हाथ की मुट्ठी में दबाए, उसे अपनी ओर खींच रहा है। तस्वीर बर्दाश्त के बाहर है इसलिए हमने शब्द को चुना। यह उत्तर प्रदेश पुलिस है।
17 सितंबर 2020 सारा देश बेरोजगार दिवस मनाने सड़क पर उतरा, यह उसका अधिकार है। सरकार ने पुलिस सामने कर दिया दमन नीति के तहत। संवैधानिक रूप से लड़कियों के लिए महिला पुलिस का बंदोबस्त होता है लेकिन अब सरकार अपने असली रूप में उतर रही है।
योगी जी! ऐसा क्यों हो रहा है? जवाबदेही आपकी है। एक बलात्कारी मुजरिम की तरह और कुछ ज्यादा ही धाराओं के तहत तुरत इसकी गिरफ्तारी हो और नौकरी से हटाया जाए।
हम किसी उत्तेजना में यह नही बोल रहे हैं, हमे मालूम कि बोरे के लिबास में खड़ा यह खाकी दरिंदा किसी मजलूम परिवार से ही होगा, अम्बानी अडानी के परिवार से बावस्ता नहीं है लेकिन इसका जघन्य अपराध आप उत्तर प्रदेश सरकार ही नहीं समूचे देश को दुनिया के सामने नंगा कर दिया है। आपके भारत पर गर्व होने का सबूत है यह तस्वीर। इसी भारत पर आपको गर्व है?
आपको जाना है, आप स्थायी निजाम नहीं हैं, जनतंत्र है लेकिन ये तस्वीरें और इनकी काली छाया आपका पीछा नही छोड़ेगी।“
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