–Firoz Iliyasi
Patna: बिहार में तीन चरणों में होने वाली चुनाव में एक तरफ जहां जदयू-बीजेपी गठबंधन सत्ता में वापसी करने के लिए पूरी जद्दोजेहद में है तो दूसरी तरफ मौजूदा विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद ने युवा और बेरोजगारी को इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर सत्ता में आने के दावे कर रही है। बिहार की सियासत में रविवार 27 सिंतबर सुपर संडे उस वक्त बन गया जब तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने रोजगार का मास्टर स्ट्रोक खेला। तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने प्रेसवार्ता कर बिहार के युवाओं से रोजगार देने के वायदों की झड़ी लगाते हुए, ये ऐलान किया कि ‘अगर उनकी सरकार आती है तो पहली है कैबिनेट की बैठक में पहली कलम से 10 लाख युवाओं के लिए नौकरी निकालेंगे।‘
ये दावे तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने आंकड़ों के हिसाब से किए। उन्होंने कहा कि बिहार में 4 लाख 50 हजार रिक्तियां पहले से ही हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, गृह विभाग सहित कई विभागों में राष्ट्रीय औसत के मानकों के हिसाब से बिहार में अभी 5 लाख 50 हजार नियुक्तियों की तुरंत जरूरत है। तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने इस ऐलान के साथ ही चुनाव से ठीक पहले मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है।
तेजस्वी का जवाब- कैसे मिलेंगी नौकरियां ?
प्रेसवार्ता के दौरान तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने एकबार फिर से बेरोजगारी पर राज्य सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि राजद की सरकार आई तो में पहली कैबिनेट मीटिंग में पहली दस्तखत से 10 लाख नौकरियां बेरोजगारों के लिए निकाली जाएंगी। आखिर ये सरकारी नौकरियां कहां से आएंगी, इसपर तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने आगे बताया कि बिहार में एक लाख 25 हजार डॉक्टरों की जरूरत है, उसी अनुपात में सपोर्ट स्टाफ की भी जरूरत है। पुलिस डिपार्टमेंट में 50 हजार पद खाली पड़े हैं। बिहार में 1 लाख 72 हजार पुलिस कर्मी की जरूरत है। शिक्षा के क्षेत्र में ढाई लाख से अधिक प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं। 50 हजार यूनिवर्सिटी लेवल पर शिक्षकों की जरूरत है। वहीं तेजस्वी यादव ने बताया कि सरकारी के अलावे प्राइवेट सेक्टरों में भी बड़ी संख्या में नौकरियां लाई जाएंगी। इसका ब्लू प्रिंट जल्द सामने लाया जाएगा। राजद की सरकार में रोजगार देना पहली प्राथमिकता रहेगी।
बिहार में दस लाख स्थाई नौकरियां दी जा सकती थी लेकिन मौजूदा सरकार ने नहीं दिया। हम पहली कैबिनेट के दो महीने के अंदर ही इन खाली पदों को भड़ेंगे। अभी तक 66 प्रतिशत पद बिहार में रिक्त है। जूनियर इंजीनियर समेत दूसरे स्पॉटिंग स्टाफ की बात करें तो लगभग दस लाख रिक्तियां हैं बिहार में। तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने कहा कि खेल कूद जगत समेत अन्य दूसरे सेक्टर पर भी काम हमारी सरकार आती है तो करेंगे। इसको लेकर बहुत जल्द हम ब्लू प्रिंट जारी करेंगे।
10 लाख से ज्यादा युवाओं को जोड़ने का दावा
आपको बता दें कि राजद ने 5 अगस्त को बेरोजगारों के लिए पोर्टल लॉंच किया था। जिसके बारे में तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने जानकारी देते हुए बताया कि राजद के बेरोजगारी पोर्टल पर 9 लाख 47 हजार 324 की संख्या में युवाओं ने रजिस्टर किया है। साथ ही मिस्ड कॉल के जरिए 13 लाख लोग जुरू हैं। ऐसे में कोरोना और लॉकडाउन के बाद बिहार के युवाओं के बीच रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है। ऐसे में आरजेडी के 10 लाख नौकरी पहली कैबिनेट में पहली दस्तक से निकालने का ऐलान ने NDA की नींद तो जरूर उड़ा कर रख दी है। अब तेजस्वी यादव के इस दावे के बाद बीजेपी और जेडीयू के नेता हमलावर हो गए हैं। जेडीयू-बीजेपी के नेता पलटवार करते हुए आरजेडी से 15 साल में नौकरियों का हिसाब मांग रहे हैं। तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) का 10 लाख नौकरी देने का दावे पर युवा वोट की मुहर लगाते हैं कि नहीं ये बस एक महीने में होने वाले चुनाव में ही पता चल जाएगा। लेकिन तेजस्वी (Tejashvi Yadav) के इस मास्टर स्ट्रोक का जवाब जेडीयू और बीजेपी कैसे देती है ये देखना दिलचस्प होगा।
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