NEW DELHI: राज्यसभा में गुरूवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के बीच चल रहे गतिरोध और बातचीत की जानकारी दी. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत की पुख्ता तैयारी है. लद्दाख में भारत की मजबूत स्थिति है. संघर्ष वाले क्षेत्रों में डिस्इंगेजमेंट के लिए भारत का यह मत है कि 2020 की फॉरवर्ड डिप्लॉयमेंट जो एक-दूसरे के बहुत नजदीक हैं वे दूर हो जाएं और दोनों सेनाएं वापस अपनी-अपनी स्थाई एवं मान्य चौकियों पर लौट जाएं.
राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में आगे कहा कि ‘चीन के साथ लगातार बातचीत के चलते पैंगॉन्ग लेक के उत्तरी और दक्षिणी किनारे पर डिस्इंगेजमेंट का समझौता हो गया है. इस बात पर भी सहमति हो गई है कि पैंगॉन्ग लेक से पूर्ण डिस्इंगेजमेंट के 48 घंटे के अंदर सीनियर कमांडर स्तर की बातचीत हो. अब यह उम्मीद है इसके जरिए पिछले साल के गतिरोध से पहले जैसी स्थिति बहाल हो जाएगी.
लद्दाख में भारतीय सेना की जानकारी देते हुए रक्षामंत्री ने बताया कि भारतीय सेना के जवान सामिरक महत्व वाले दुर्गम इलाकों में बहादुरी से डटे हुए हैं. चीन के जवाब में भारत ने भी काउंटर डिप्लॉयमेंट किया है. भारत की सेनाओं ने इन परिस्थितियों का डटकर सामना किया है. उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और दोनों देशों की सेनाएं पैंगॉन्ग लेक के किनारों से हट रही हैं. चीन के साथ हो रही बातचीत में भारत का रुख स्पष्ट है और भारत ने अपनी ओर से तीन शर्तें रखी हैं.
पहली शर्त
– दोनों पक्षों द्वारा LAC को माना जाए और उसका सम्मान किया जाए
दूसरी शर्त
-किसी भी पक्ष द्वारा यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कोशिश न हो
तीसरी शर्त
-सभी समझौतों का दोनों पक्षों द्वारा पूर्ण रूप से पालन किया जाए
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