May 10, 2024

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BODHGAYA : बिजली विभाग का सामान भी नहीं जमीन पर गिरा और चोरी का केश हुआ दर्ज, कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाया फिर भी पुलिस गिरफ्तार कर कोर्ट ले गई, मगर कोर्ट ने लौटाया ।

पुरषोत्तम, बोधगया: ‘राजा राज करता है सिपाही चोर पकड़ता है, जब सिपाही ही एक चोर हो जाए तो राजा का क्या होगा ?’ दरअसल बोधगया थाना प्रभारी के द्वारा कोल्हौरा गाँव निवासी कपिल पासवान और उसके तीन पुत्रों को गिरफ्तार किया गया । बोधगया थाना प्रभारी ने कहा कि बिजली विभाग के द्वारा केस दर्ज जनवरी में करवाया गया था । जिसमें सभी पर बिजली के खंभे ताड़ और अन्य सामानों की चोरी व रंगदारी माँगने का मामला दर्ज हुआ है । जिसमें सभी फ़रार चल रहें थे । वहीं पीड़ित कपिल पासवान ने बताया कि दीपावली के बाद से अपनी जमीन में तालाब खुदाई और मकान निर्माण का काम शुरू किया था । जनवरी में जानकारी मिली की जमीन में टावर का पोल बिजली ले जाने के लिए गाड़ा जायेगा ।
इनलोगो के पास पोस्ट ऑफिस के द्वारा एक पत्र भेजा गया जिसमें बिजली के पोल गाड़ने की बात कही गई थी । लेकिन उसके पहले तक इनकी जमीन की नहीं तो नापी की गई, न ही इन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना या जानकारी दी गई। और न ही कोई अधिकारी कभी आये । जिस जमीन में तलाब खोदा गया उस जमीन पर किसी प्रकार का सामान भी नहीं रखा गया था । और अचानक चोरी का केस बोधगया थाने में दर्ज होने के बाद इनलोगो को सूचना थाना के चौकीदार के माध्यम से दिया गया। चौकीदार ने बताया कि आप लोगों पर बिजली का सामान चोरी किये जाने का केस दर्ज थाना में हुआ है। जानकारी मिलने के बाद मैंने न्यायालय में जाकर एक वकील को बताया और उसके माध्यम से पूरी घटना को अवगत कोर्ट को कराया । इस मामले में न्यायालय के द्वारा गिरफ्तारी नहीं करने का आदेश थाना को दिया गया ।

इसके बाद कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में न्यायालय बंद हो गया । इसके बाद अगली तारीख 17/ 6 / 2020 को ऑनलाइन न्यायालय ने दिया। साथ ही 20 / 7 / 2020 तक कोर्ट में डायरी चार्जशीट जमा करने का आदेश भी दिया गया है । इसी के बीच में पुलिस के द्वारा बिजली विभाग के पदाधिकारी और पुलिस मिलकर इनलोगों को गिरफ्तार कर थाना ले जाती है । पुलिस जेल भेजने की पूरी तैयारी करती है । जेल भेजने से पहले बोधगया सरकारी अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण लक्षण की जांच भी करवाया गया । इसके बाद गया न्यायालय पुलिस लेकर जाती है। लेकिन न्यायालय इनलोगों को जेल भेजने से माना कर लौटा देते हैं। साथ ही कहा जाता है कि इस केस में जेल नहीं भेजा जा सकता है। कपिल पासवान और उसके पुत्रों को गिरफ्तार किया जा सकता है।

इसके बाद बोधगया थाने की पुलिस इन्हें छोड़ देती है। कपिल पासवान का कहना है कि बिजली विभाग के द्वारा डेढ़ लाख रुपए की मांग की जा रही है । डेढ़ लाख दोगे तो केस वापस कर लेंगे और टावर भी आपके जमीन में नहीं गाड़ेंगे । जो कपिल पासवान देने से बार-बार इनकार कर रहा है । उसने बताया कि मेरे पास पैसा नहीं है। हम पैसा नहीं दे सकते हैं । और मेरे जमीन में टॉवर बनाईये लेकिन मुझे जमीन का मुआवजा दे दीजिए ।

वहीं कपिल पासवान के वकील संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि मेरे क्लाइंट के साथ बोधगया प्रभारी के द्वारा जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है । जब थाने में केस दर्ज हुआ और कोर्ट के द्वारा नो अरेस्ट का आदेश भेजा गया है। थाने को चार्जशीट जमा करने का आदेश दिया गया है । लेकिन उसके बावजूद भी कपिल पासवान और उसके पुत्रों को बोधगया पुलिस धमका रही है । गिरफ्तार कर थाने में ले आती है । कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के नियमों का भी उल्लंघन और न्यायालय के आदेश को भी खुली चुनौती थाना प्रभारी के द्वारा दी जा रही है । जिसकी शिकायत कोर्ट में की जायेगी।