April 28, 2024

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1996 के बाद देश की GDP में भारी गिरावट, -23.9 फीसदी जीडीपी पर निशाने पर मोदी सरकार

NEW DELHI: कोरोना महामारी (Corona Virus) की वजह से देश में लगे लॉ़कडाउन (Lockdown) से भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इस साल के वित्तिय वर्ष की पहली तिमाही में देश की जीडीपी (GDP) में माइनस (-) 23.9 फीसदी की भारी गिरावट आई है। अगर बात करें पिछले साल की तो पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth rate) 3.1 फीसदी रही थी। इसबार देश की GDP पहली तिमाही में 26.9 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 35.35 लाख करोड़ रुपये का था।

1996 के बाद GDP में इतनी बड़ी गिरावट

सोमवार यानी 31 अगस्त, 2020 को केंद्र सरकार की ओर से जीडीपी (GDP) के आंकड़े जारी किए गये। आपको जानकार हैरानी होगी कि 1996 के बाद यह पहला मौका है, जब जीडीपी में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। लॉकडाउन से पैदा हुए हालात के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से कई कोशिशें हो रही हैं। लॉकडाउन से जिस तरह से हालात खराब हुए उससे निपटने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक पैकेज भी जारी किया गया, मगर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला।

ट्विटर पर #ResignNirmala कर रहा ट्रेंड

पहली तिमाही में जीडीपी में – 23.9% की गिरावट आई है, जो 40 सालों में सबसे अधिक है। जिसके बाद ट्विटर पर #ResignNirmala ट्रेंड कर रहा है। #ResignNirmala के तहत लोग वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

जीडीपी माइनस में जाने के बाद वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने सरकार पर तंज कसा है। रवीश ने लिखा है कि ‘पहली तिमाही की जीडीपी -23.9 प्रतिशत, मोदी जी आपका कोई विकल्प नहीं है।‘ आगे रवीश ने मीडिया पर भी तंज कसा है। रवीश कुमार ने लिखा है कि ‘आप सुशांत सिंह राजपूत का ही कवरेज देखते रहिए। ये बर्बादी की ऐसी सतह है जहां से आप अब बेरोजगारी के प्रश्नों पर विचार कर कुछ नहीं हासिल कर सकते हैं। इसका मतलब है कि पढ़ने वाला और लिखने वाला दोनों में से कोई नहीं बचेगा. साधु मरिहें जोगी मरिहें, मरिहें संत कबीर. साधो…’

पहली तिमाही की जीडीपी -23.9 प्रतिशत, मोदी जी आपका कोई विकल्प नहीं है। आज जीडीपी के आंकड़े आए हैं। भारत की किसी भी…

Posted by Ravish Kumar on Monday, August 31, 2020

निजी निवेश में तेजी से गिरावट
वहीं केंद्र सरकार ने जीडीपी के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि कोरोना के कारण निजी निवेश तेजी से घटा है और उपभोक्ता में गिरावट दर्ज की गई है। इसी के चलते DGP ग्रोथ रेट में गिरावट आ आ रही है। सरकार के आंकड़े के मुताबिक देश के 8 कोर उद्योगों में गिरावट दर्ज की गई है।

GDP पर क्या है विपक्ष का रूख
जीडीपी के आंकड़े उस दिन आए जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार असंगठित क्षेत्र के खिलाफ साजिश कर रही है, जिसने 2008 के आर्थिक संकट के दौरान देश के लिए एक बफर जोन के रूप में काम किया था। एक वीडियो जारी करते हुए, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार की नीतियां, जैसे कि विमुद्रीकरण, दोषपूर्ण जीएसटी और लॉक डाउन को असंगठित क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लगाया गया था, जिस पर 90% से अधिक देश की नौकरियां निर्भर करती हैं।

क्या होता है GDP
आईये आपको बता दें कि GDP क्या होता है ? देश में उत्पादित होने वाले सभी सामानों और सेवाओं का कुल मूल्य सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी (GDP) कहलाता है। किस देश की अर्थव्यवस्था कैसी है ? यह जीडीपी से ही मालूम होता है। जीडीपी बताता है कि किस सेक्टर में तेजी है और किसी सेक्टर में गिरावट आ रही है। साल में 4 बार जीडीपी के आंकड़े जारी किये जाते हैं।