गया: शेरघाटी चेरकी मार्ग स्थित राजा बीघा गाव के समीप 29 अप्रैल को शव लाने गई शेरघाटी पुलिस पर उग्र ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। साथ में रहे सीओ को बंधक बनाया और पुलिस गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। हमले में एसआइ रामपुकार चौधरी प्रदर्शनकारियों की भीड़ में फंस गए। एसआइ को उग्र भीड़ ने लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी, जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गए। इस बीच, पुलिस बल पर भी ईंट पत्थर से पथराव किया। पुलिस दल जान बचाकर भागे।
SI का प्राथमिक इलाज अनुमंडल अस्पताल शेरघाटी में गया। एसआई ने बताया कि मंगलवार की रात बाइक की चपेट में आने से सरयू दास पिता की मौत हो गई थी। ग्राम राजा बीघा गाव का ही रहने वाला था। पोस्टमार्टम के लिए शव को कब्जे में लेने गए थे। गाड़ी से उतरकर स्वजनों के पास पहुंचे। पहले से जमा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने घेर लिया। शेरघाटी सीओ एल बड़ाइक को बंधक बना लिया। प्रदर्शनकारी देर से आने का कारण बताते हुए लाठी डंडे बरसाने लगे। सिपाही जान बचाकर इधर उधर भागे, लेकिन वो पकड़ा गए। घटना के बाद गुरुआ, आमस, चेरकी थानों से पुलिस बल जब मौके पर पहुचें तब चारों ओर से घिरते देख प्रदर्शनकारी भाग निकले। उसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच पहुंचा दिया।
थानाध्यक्ष सागर कुमार ने बताया कि पुलिस हमले की घटना में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस पूरी घटना की शुरुआत 28 अप्रैल की रात से हुई। घटना उस वक्त घटी जब मृतक अपने घर से बाहर सड़क पार कर पेशाब करने जा रहा था। इसी दौरान गया की ओर से आ रही एक अनियंत्रित बाइक की चपेट में आ गया। वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए गया ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बाइक सवार मोहम्मद साजिद को ग्रामीणों ने धर दबोचा और उसकी जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस ने छुड़ाया।
More Stories
जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 47 लोगों की सुनी समस्यायें, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
BPSC शिक्षक बहाली परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वतंत्रता दिवस पर बड़ा ऐलान
नालंदा में मुख्यमंत्री ने किया मलमास मेले का शुभारंभ, सरस्वती घाट का भी किया उद्घाटन