न्यूज डेस्क, पटना: बीजेपी के वर्चुअल रैली के विरोध में RJD ने अधिकार दिवस मनाया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने पार्टी विधायकों के साथ राबड़ी आवास पर इकट्ठा हुए और 11 बजे 11 मिनट तक विरोध में थाली बजाई। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बड़े बेटे तेजप्रताप भी मौजूद रहें और थाली बजाई। RJD नेताओं ने थाली बजाकर अमित शाह के वर्चुअल रैली का भी विरोध किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जमकर केन्द्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार में मजदूरों प्रताड़ित किया है। लोग बेरोजगार हैं, भूख से मर रहे हैं। डिजिटल रैली के जगह लोगों को घर पहुंचाने और लोगों की भूख मिटानी चाहिए थी। BJP देश की पहली पार्टी है जो गरिबों कि मौत पर जश्न मना रही है।
वर्चुअल रैली का बीजेपी से मांगा हिसाब
वहीं वर्चुअल रैली पर हुए खर्च पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्चुअल रैली के प्रचार के लिए एक LED स्क्रीन पर औसत ख़र्च 20 हजार है। BJP की रैली में 72 हज़ार LED स्क्रीन लगाए गये। मतलब 144 करोड़ सिर्फ़ LED स्क्रीन पर खर्च किए गए। श्रमिक एक्सप्रेस में मज़दूरों का किराया 600 था लेकिन किराया देने न इनकी सरकार आगे आयी न ही BJP। ग़रीबों के ख़ाली पेट, दुःख-दर्द और लाशों पर राजनीति करने वाले राजनीतिक गिद्धों की
प्राथमिकता गरीब नहीं बल्कि चुनाव है।
प्रवासी मजदूरों पर अमित शाह से मांगा जवाब
तेजस्वी यादव ने अमित शाह से पूछा कि बताए मजदूरों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार क्यों किया गया ? बेरोजगारों को रोजगार कब दिया जाएगा ? पुलिस मुख्यालय की चिट्ठी सीएम नीतीश की अंतरात्मा की आवाज है। उन्होंने सीएम नीतीश से श्रमिकों से माफी मांगने की मांग की। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि कोरोना टेस्ट के मामले में बिहार पिछे क्यों है ? साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव का निर्णय चुनाव आयोग को लेना है जब वो बुलाएगी तब हम जायेंगे।
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