PATNA: उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली पटना स्थित महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) के पश्चिमी लेन का नव निर्माण किया गया । इसके साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली कि अब उन्हें जाम से छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन ऐसा फिलहाल नहीं है। एक बार फिर शुक्रवार को गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) पर भीषण जाम की स्थिती बनी रही। गाड़ियां रेंगती रहीं और यात्री परेशान होते रहें।
भीषण जाम में फंसकर जहां हजारों गाड़ियां फंसी थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि मरम्मती को लेकर जिला प्रशासन ने महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) के पूर्वी लेन को बंद कर दिया। वाहनों के परिचालन पर रोक लगाए जाने से नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर वाहनों का काफी दबाव बढ़ गया है। सभी छोटे और बड़े भारी वाहनों का परिचालन नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर भी हो रहा है। जिससे जाम की स्थिति बन जाती है।
यही नहीं गाड़ियों द्वारा ओवरटेकिंग किए जाने के कारण सेतु के पश्चिमी लेन पर भीषण जाम लग जाता है। महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) पर लगे जाम का असर NH 30 पर भी देखा जा रहा है। इस दौरान जीरोमाइल से लेकर दीदारगंज (Patna-Didarganj Road) तक वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है। वहीं सेतु पर लगे जाम के कारण पटना-मसौढ़ी (Patna-Masaudhi Road) मार्ग पर भी वाहनों का काफी दबाव बढ़ गया है। हालांकि महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) और एनएच 30 पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान परिचालन सामान्य कराने में लगातार जुटे रहें। लेकिन जाम की स्थिति बनी रही।
फिलहाल महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) पर भीषण जाम से लोगों को छुटकारा मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसा इस लिए क्योंकि पूर्वी लेन की मरम्मती का कार्या काफी दिनों तक चलेगा। ऐसे में सारा दबाव नव निर्मित पश्चिमी लेन पर रहेगा। अभी तो कोरोना और अनलॉक की वजह से वाहनों की कुछ तादाद काम है। लेकिन आने वाले दिनों में हालात सामान्य होने पर जाम की समस्या और बड़ी हो सकती है।
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