देश में कोरोना के बढ़ रहे मरीज के बीच सरकार की चिंता एक नए डेटा ने बढ़ा दी है। नया खतरा बिना लक्षण वाले मरीजों की बढ़ती संख्या से है। दिल्ली और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने यही आशंका जताई है। बिहार में नए 113 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसमें 98 मरीजों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाया गया। इसके बाद अब कोरोना के बारे में इसे साइलेंट कीलर भी कहा जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 अप्रैल को नए 736 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 186 यानी 25 प्रतिशत संक्रमित पाए गए। इनमें से एक भी मरीज ऐसा नहीं था जिसमें संक्रमण के लक्षण थे। ये हैरान करने वाली खबर बिहार, दिल्ली ही नहीं महाराष्ट्र से भी आई है। सीएम उद्धव ठाकरे ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना के 70 से 75 प्रतिशत मरीज बिना लक्षण वाले हैं। जिनमें से 52 प्रतिशत मरीजों की हालत काफी गंभीर है।
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि बिना लक्षण वाले मरीजों का आंकड़ा बहुत बड़ा नहीं है। लेकिन कर्नाटक में भी 208 मरीज बिना लक्षण वाले मिले हैं। तो गुजरात में 228 कोरोना के मरीजों में 213 बिना लक्षण के मिले हैं।
कोरोना के एक्सपर्ट डॉक्टरों का मानना है कि कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग से ही ऐसे मरीजों की तलाश कर सकते हैं। इसके लिए लगातार टेस्ट जरूरी है। कम ही सही लेकिन इस तरह के बिना लक्षण के कोरोना के मरीज सामने आने के बाद स्वस्थ्य विभाग के सामने नई चुनौती आ गई है।
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