December 4, 2024

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राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने सिंदुआरी गांव में गोलीबारी की घटना में मारे गए पीड़ित परिजनों से की मुलाकात, कहा- मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के बिना जांच है अधूरी, गोपालगंज मामले पर कहा- तेजस्वी हंगामा कर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं।

प्रदीप कुमार सिंह, गया: राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर आज अपने समर्थकों के साथ गया जिले के कोंच थाना के सिंदुआरी गांव पहुंचे। जहां उन्होंने सिंदुआरी गांव में हुई गोलीबारी की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि हम पीड़ित परिजनों को इंसाफ दिलाने की हर संभव मदद करेंगे।

वहीं गोपालगंज के मामले पर तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को गोपालगंज नहीं जाना था। बल्कि गोपालगंज के नाम पर उन्हें पटना में हंगामा करना था। नौबतपुर की घटना पर तेजस्वी स्वयं चले गए। लेकिन गोपालगंज के नाम पर 1 सौ विधायकों के साथ जाने की बात पर अड़े रहे। यह हंगामा नहीं है तो और क्या है ? आज जब हमें सिंदुआरी गांव आना था तो हम अकेले ही चले आए। सैकड़ों समर्थकों को लेकर आना जरूरी है किया ? उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ हंगामा करने वाले लोग हैं। इन्हें जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं है। ये हंगामा करके सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। तीन माह बाद तेजस्वी लौटे हैं और कोरोना के नाम पर भी राजनीति कर रहे हैं। तेजस्वी यादव श्रमिकों के लिए 1 हजार बस देने की बात कहते हैं। लेकिन वे बताएं कि उन्होंने आज तक श्रमिकों के लिए क्या किया? कितनी मदद की ? जबकि हमारे भाजपा के कार्यकर्ता पूरे देश में श्रमिकों की मदद के लिए जी-जान से लगे हुए हैं। हमलोग काम करने वाले लोग हैं। लेकिन ये लोग हंगामा करने वाले हैं।

वहीं उन्होंने कहा कि सिंदुआरी गांव में हुई गोलीबारी की घटना में एक ही परिवार के 2 लोग मारे जा चुके हैं। उनके घर में 5 बेटियां है। घटना से पूरा परिवार आहत है। परिजनों और गांव वालों की मांग है कि मृतक के आश्रितों को बगल के गांव के स्कूल में नियुक्ति की जाए। ताकि उनकी आर्थिक सहायता हो सके।

आगे उन्होंने घटना की जांच के मामले पर कहा कि 6 में से 5 अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए हैं। लेकिन अभी भी एक मुख्य अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। घटना की जांच से हम संतुष्ट तो हैं लेकिन जब तक मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक यह जांच अधूरी मानी जाएगी।