पुरषोत्तम, गया: आज खनन माफिया को पकड़ने के लिए खनन विभाग की टीम पहुंची पुलिस बल के साथ जिसमें ट्रैक्टर को जब्त किया गया । लेकिन खनन माफियाओं के द्वारा सभी ट्रैक्टरों को बलपूर्वक छुड़वा लिया गया । जब इसकी सूचना क्षेत्रीय थाना प्रभारी मगध विश्वविद्यालय को दी गई तो आने में थोड़ा समय लगा । उस समय तक बालू माफिया के लोगों ने खनन पदाधिकारी को बन्धक बना लिया था । जब स्थानीय थाना प्रभारी कोशिला क्षेत्र में पहुंची तो खनन विभाग की टीम भय मुक्त हुये और पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर दूसरा अभियान चलाया, जिसमें एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया । कई लोगों को चिन्हित किया गया । लेकिन इस पूरे प्रकरण में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा खनन विभाग और पुलिस पदाधिकारी के साथ हाथा पाईं किया गया, जिसमें एक पुलिस जवान की रायफल की मैग्जीन टूट गई । किसी तरह एक बालू माफिया को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में बंद किया गया हैं ।
खनन पदाधिकारी का कहना है कि पूर्व में भी कार्रवाई के लिये FIR की गई है । लेकिन माफियाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है । उसके बावजूद भी विश्वविद्यालय थाना क्षेत्रों में कोई असर नहीं पड़ रहा है । गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाने के लिए कई रसूखदार नेताओं का भी पैरवी आने लगता है। वहीं जिला खनन पदाधिकारी ने कहा कि विभागीय कानूनी कार्रवाई होगी । किसी की नहीं सुनी जाएगी । जिला के खनन पदाधिकारी के द्वारा जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सूचना मिलने के बाद कार्रवाई होती रही है । जिसमें करोड़ों रुपए की राजस्व भी वसूल की गई है । साथ ही खनन माफियाओं की टीम गुप्त आपरेशन करती है ।
डॉ घनश्याम झा के द्वारा लिखित आवेदन मगध विश्वविद्यालय थाना प्रभारी को दिया गया है । उन तमाम खनन माफियाओं और अज्ञात ग्रामीणों का नाम शामिल है । जिन्होंने सरकारी काम में बाधा उत्पन्न , लॉगडाउन का उल्लंघन और बालू माफियाओं का साथ देने का मामला दर्ज किया गया है । खनन पदाधिकारी ने यह अभी कहा है कि लॉक डाउन कानून का पालन थाना मगध विश्वविद्यालय क्षेत्रों में नहीं किया जा रहा है। लॉकडाउन का पालन होता तो अवैध खनन करने कौन आता ? ट्रेक्टर कहां से चलता है । सड़क पर ग्रामीण क्यों आ जाते हैं। ऐसे कई सवाल पुलिस प्रशासन पर उठ रही है ।
इसके बाद कोसिला में बालू माफियाओं से निपटने के लिए पुलिस बल के द्वारा लगभग 100 जवानों ने फ्लैग मार्च किया । उसके बाद पूरे मामले को कंट्रोल में लाया गया ।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बालू माफियाओं का आतंक व अवैध उठाव जारी है। बिहार सरकार एक तरफ राजस्व को लेकर अपना कदम बढ़ाने में लगी है कि अधिक से अधिक सरकारी खजाने में राजस्व आये । लेकिन गया जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में अवैध बालू माफियाओं के द्वारा बड़े पैमाने पर उठाव किया जा रहा है । जिसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा थानेदारों और जिला के वरीय पदाधिकारियों को दिया जाता है । लेकिन खनन माफियाओं पर करवाई नहीं होती है । 2019-20 में अब तक मगध विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में तीन बार FIR किया गया है, और अनेकों गाड़ियों को पकड़ा गया है । उसके बावजूद भी माफियाओं पर लगाम नहीं लग रहा है ।
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