पुरुषोत्ताम, गया: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने STET रद्द करने का कड़ा विरोध किया है। ABVP ने बताया कि बिहार सरकार ने जिस प्रकार बिना किसी वजह के STET की परीक्षा रद्द कि उसकी जितनी भी निन्दा कि जाये वो कम हैं, इस परीक्षा के रद्द होने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य पूरी तरह चौपट हो गया है। मालूम हो कि STET कि परिक्षा का आयोजन पूरी मापदंडों पर कराया गया था फिर क्या वजह थी इसे रद्द करने की। एक तो बिहार कि सरकार उच्च शिक्षा को पूरी तरह खतरे में ला खड़ा कर दी है उस पर यह परीक्षा रद्द होना बिहार की सरकार की मनसा को उजागर करता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गया जिला संगठन मंत्री अभिषेक निराला ने कहाँ कि STET कि परीक्षा रद्द करने का बिहार सरकार का निर्णय दुर्भाग्यपुण्य व आत्मघाती कदम है। इस लिये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सुविचारित मत है कि सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करें। क्योंकि कोर्ट का निर्णय 22 को आना था तो फिर निर्णय के पहले ही रद्द होना यह कोर्ट का अवमाननान भी है, सरकार के इस निर्णय से कई प्रश्न खड़े होते हैं कि आखिर किन लोगों एवं पदाधिकारियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास हो रहा है।कहीं राजनीतिक कारणों से यह परीक्षा रद्द करने का निर्णय तो नहीं लिया गया ऐसे प्रश्न आज उठ रहे हैं।
23 मई को काला दिवस मनाएगी ABVP
वहीं बिहार प्रदेश कार्य समिति सदस्य सूरज सिंह ने कहा कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार प्रदेश मंत्री सुश्री लक्ष्मी रानी जी ने राज्यपाल, बिहार सरकार,मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री को पत्र लिख इस परीक्षा को रद्द होने पर आपत्ति दर्ज की है, और मांग कि है कि इस विषय पर पुनर्विचार किया जाये। विद्यार्थी परिषद परीक्षा रद्द होने के निर्णय के खिलाफ 23 मई को काला दिन मनायेगी और अपने घर से ही परीक्षा रद्द करने के निर्णय पर विरोध दर्ज करेगी। सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करें अन्यथा इस लॉक डाउन के समय रचनात्मकता दृष्टि से विचार करते हुए नहीं चाहती है कि कोई आंदोलन खड़ा कर नई समस्या उत्पन्न हो।
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