प्रदीप कुमार सिंह, गया: लॉक डाउन के दौरान गुजरात में फंसे मजदूरों को लेकर 1174 यात्रियों की स्पेशल श्रमिक ट्रेन गया रेलवे स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन से गया, जहानाबाद, बेतिया, मुजफ्फरपुर, छपरा सहित अन्य कई जिलों के मजदूर पहुंचे। जैसे ही ट्रेन स्टेशन पर पहुंची, मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया। मीडिया के कैमरों को देखते ही मजदूर आपबीती सुनाने लगे। ट्रेन के अंदर खिड़की से ही मजदूरों ने कहा कि उनसे टिकट के नाम पर पर 5 सौ से लेकर 750 रुपए रेलवे अधिकारियों द्वारा वसूले गए।
मजदूर परमानंद व राकेश कुमार ने कहा कि हमलोग 24 घंटे से भूखे हैं। ट्रेन में किसी तरह की खाने की सुविधा नहीं दी गई। गुजरात के अहमदाबाद से यात्रा शुरू की थी। वहां 1 लीटर बोतल का पानी व बिस्कुट दिया गया था। लेकिन पूरे रास्ते किसी तरह की खाने की सुविधा नहीं मिली। 24 घंटे से भी ज्यादा से हमलोग भूखे हैं। किसी तरह यहां पहुंचे हैं। उनका कहना था कि वे गुजरात के विभिन्न जगहों पर पेंटर सहित अन्य कंपनियों में मजदूरी का कार्य करते थे। लॉक डाउन के कारण विगत 1 महीने से भी ज्यादा समय से वहां की दुकानें व कारखाने बंद हो गए हैं। किसी भी तरह का काम मिलना मुश्किल हो गया था। खाने के भी लाले पड़ गए थे। स्थानीय प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि बिहार के गया के लिए ट्रेन जा रही है। जिसके बाद हमलोग अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। लेकिन रेल टिकट के नाम पर किसी मजदूर से 500 रुपये तो किसी मजदूर से साढ़े 7 सौ रुपए तक की वसूली की गई ।
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