पुरषोत्तम, गया : विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमन मिश्रा ने कहा कि बिहार सरकार के द्वारा STET की परीक्षा स्थगित करने से राज्य में लगातार शिक्षा का स्तर बदहाल होते जा रहा है। एक तो उच्च शिक्षा में शिक्षकों की घोर कमी के कारण पूरा के पूरा स्थिति बदहाल है। शिक्षकों की घोर कमी है। चाहे वह प्राथमिक विद्यालय हो या उच्च माध्यमिक विद्यालय, इन सबसे परे STET का परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा लिया जाता है। उक्त परीक्षा में इतनी कड़ाई बरती जाती है कि छात्रों को परीक्षा भवन में बिना जूते एवं घड़ी के ही प्रवेश कराया जाता है फिर भी परीक्षा स्थगित की जाती है ।
अनिरुद्ध सेन ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति जो कि इस परीक्षा का आयोजन करता था उसके अध्यक्ष परीक्षा समाप्ति के बाद सफल परीक्षा संचालन की बात कहते हैं और अचानक जब इस परीक्षा संबंधी 22 मई को कोर्ट के द्वारा फैसला आने वाला था ठीक इसके पहले युवाओं के शैक्षणिक भविष्य की हत्या करते हुए एस्टेट परीक्षा को रद्द कर दिया जाता है। इसी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूरे बिहार प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने आज काला दिवस के रूप में काला पट्टी बांधकर अपने घर पर रहकर विरोध किया और ये भी कहा कि अगर इस निर्णय को बिहार सरकार वापस नहीं लेती है तो इसके लिये रचनात्मक आंदोलन चलाया जाएगा।
इस विरोध में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिरुद्ध सेन, सूरज सिंह, मंतोष सुमन,नवलेश मिश्रा,राहुल कुमार,दीपचंद गुप्ता,मधुरेंद्र जी, विदुषी जी,संग़ठन
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